Ek Fakkar Masiha Osho -Part -7
Description:... यह सद्ग्रंथ - "एक फक्]कड़ मसीहा ओशो" विनाश की ओर तीव्रता से अग्रसर हो रहे इस सुन्]दर ग्रह पृथ्]वीको बचाने एवं संवारने के लिए संवेदनशील प्रतिभाशालियों, हृदयवान सृजनशील एवं अज्ञात के अभियान में निकलने वाले दुसासियों को सम्]बोधित, उद्बोधन, प्रबोधित करुणापूरित तथा बोधवान अमृत वचनो की आत्]मकथा है। यह 'एक फक्]कड़ मसीहा ओशो' ग्रंथामाला का अंतिम ग्रंथ रत्]न है, जिसे श्रद्धेय स्]वामी ज्ञानभेद जी ने अपनी विलक्षण संवेदना से सद्गुरु ओशो को जीते हुए सृजित करने का अनूठा सराहनीय प्रयास किया है। ओशो आत्]मसृजन के गायक हैं समग्र क्रांति के उद्गाता हैं। उन्]होंने जीवन की विविध महत्]ताओं के शिखरों को एक साथ जिया है। उनका जीवन मृत्]युगामीमानवता को सामूहिक आत्]मघात से बचाने के करुणापूरित प्रयासों की हृदयस्]पर्शी रोमांचक कथा है। वे समाज के अतिसुसंस्कृत नवनीत को आकर्षित करने की क्षमता रखनेवाले सुंदरतम रहस्]यदर्शी हैं। जागृत चेतना के आलोक में प्रकाशित उनके विचारों की पताका उनके दिव्]य आचरण के रूप में सदा आकाश छूती है। उनका अस्तित्]व मात्र झूठी बुनियादों पर स्]थापित सत्]ता व्]यवस्]था को प्रकम्पित करने को पर्याप्]त है। ओशो जीवन की पूर्णता 'स्थिरांक बिंदु' नहीं, वरन, विस्]मयकारी सतत विकास, गतिशीलता, संशोधन, परिष्]कार, उन्]नयन की उत्]सवमग्]न उल्]लासमय प्रवाहमान बोधधारा हैं ।
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